आधार खतौनी व राजस्व खतौनी से आप क्या समझते हैं व दोनों का मानव जीवन मे क्या महत्व है?

सबसे पहले हमको यह पता होना चाहिए कि आखिर खतौनी क्या है।खतौनी एक अधिकार अभिलेख है।जिसमे अंकित रहता है कि काश्तकार किस वर्ग व किस फसली बर्ष से काबिज है साथ मे काश्तकारों के खेतो का रकबा व मालियत भी खतौनी में रहती है।
राजस्व खतौनी :- राजस्व खतौनी का निर्माण षट वार्षिक के लिए किया जाता है ।इसकी समय समाप्त होने पर पुनः नई खतौनी का निर्माण होता है।और यहीं क्रम चलता रहता है।
यह कार्य राजस्व विभाग के अंदर सम्पन्न होता है।

आधार खतौनी : - जब राजस्व ग्राम ,राजस्व  विभाग से निकल कर चकबन्दी  विभाग के अंतर्गत चला जाता है तब वहां के आवश्यक समस्त कागजात चकबंदी विभाग को भेज दिए जाते हैं ।इन महत्वपूर्ण दस्तावेजों में एक खतौनी भी होती है।जिस सन में चकबन्दी है उस वक्त की फसली वर्ष को आधार फसली वर्ष और उस समय की खतौनी को आधार खतौनी कहते हैं।जब तक चकबंदी सम्पन्न नहीं हो जाती है तब उस ग्राम की खतौनी वहीं रहती है।लेकिन राजस्व विभाग में ऐसा नहीं है वहाँ पर एक समय निश्चित कर दिया है।कि षट वर्ष उपरांत खतौनी का निर्माण होना ही है।

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